अनिल अंबानी ग्रुप की कंपनियों पर ED का शिकंजा!

anil ambani: भारत की आर्थिक जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को देशभर में अनिल अंबानी ग्रुप की कंपनियों से जुड़ी कई जगहों पर छापेमारी की कार्रवाई की है। यह रेड प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत दर्ज एक केस के सिलसिले में की गई है।
किस मामले में हो रही है जांच?
प्रवर्तन निदेशालय को शक है कि अनिल अंबानी ग्रुप की कुछ कंपनियों ने बैंक लोन का दुरुपयोग किया और उसे फर्जी कंपनियों के जरिए इधर-उधर किया गया। यह मामला करोड़ों रुपये के घोटाले से जुड़ा बताया जा रहा है। हालांकि अभी तक ED ने कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, मामला लोन फ्रॉड और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है।
किन-किन जगहों पर हुई छापेमारी?
ED की टीमों ने मुंबई, दिल्ली, गुरुग्राम और हैदराबाद समेत कई ठिकानों पर रेड डाली है। छापेमारी में कई डिजिटल डिवाइसेज़, दस्तावेज़ और बैंक ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड जब्त किए गए हैं। यह रेड अनिल अंबानी ग्रुप से जुड़ी कंपनियों, उनके डाइरेक्टर्स और सहयोगी संस्थानों के दफ्तरों और घरों पर की गई। आपको बता दें कि अनिल अंबानी का नाम इससे पहले भी कई बा फाइनेंशियल विवादों में आ चुका है। चाहे वो रिलायंस कम्युनिकेशंस की दिवालियापन प्रक्रिया हो या भारत के बैंकों से लिए गए बड़े-बड़े कर्ज। इसके अलावा 2021 में Pandora Papers में भी उनका नाम सामने आया था, जिसमें विदेशी अकाउंट्स की बात कही गई थी।
ED की अगली कार्रवाई क्या होगी?
जांच एजेंसी फिलहाल जब्त किए गए दस्तावेज़ों और डेटा की स्क्रूटनी कर रही है। अगर जांच में पुख्ता सबूत मिलते हैं, तो समन भेजकर पूछताछ भी की जा सकती है। अनिल अंबानी या उनके करीबी अधिकारियों को आने वाले दिनों में तलब किया जा सकता है।अनिल अंबानी ग्रुप की कंपनियों पर ED की छापेमारी ने एक बार फिर से कॉर्पोरेट सेक्टर में मची हलचल को उजागर कर दिया है। मनी लॉन्ड्रिंग जैसे गंभीर आरोपों की जांच अब ED द्वारा तेज़ी से की जा रही है। आगे की कार्रवाई और पूछताछ से यह तय होगा कि मामला कितनी गहराई तक जुड़ा है और इसमें कौन-कौन आरोपी बन सकते हैं।